Dil Ki Dhadkan ~^~^~
''A place for Shayaris'' Mine, Yours, Everyone's...
Thursday, April 24, 2014
Hey Friendz,
I would like you all to meet my friend, my Inspiration for all the latest shayaris that i have written, I thank her from the bottom of my heart and request her to keep inspiring me the way she does.....magically!!!
~ Saagar
अपने चेहरे से ज़ुल्फ़ों को हटाया ना करो,
चाहतों को किसीकी बढ़ाया ना करो,
रेहना चाहता है आस पास तुम्हारे कोई,
यूँ दिल को किसीके तरसाया ना करो. ....
~~ सागर
तुम आँखों से मुझे घायल करके चले गये ,
मेरे इस दिल को पागल करके चले गये ,
बेखबर हो मेरे हर दर्द से तुम,
क्यूँ मेरी तन्हाइयों में आते चले गये. …
~~ सागर
ओर क्या क्या इलज़ाम लगाऊं में तुम पर,
तुम पर लगाये हर इलज़ाम की सज़ा हम खुदको देते हें. ....
~~ सागर
तुम अभी अपनी सभी अच्छाइयों से वाक़िफ़ नहीं ऐ दोस्त,
किसीके जीने का सबब हो तो,
किसी का चैन लुट जाने की वजह भी,....
~~ सागर
सागर है देखा, सागर ने आँखों में आपकी,
कई बातें छुपाये हुऐ हो आँखों में आपकी,
कई इन्तज़ार हैं दिखे, कई बेताबियाँ हैं दिखीं,
कई अधुरे ख़्वाब हैँ दिखें, आँखों में आपकी,
ईन सबसे उपर जो दिखा, वो है
जज़्बा-ऐ-ज़िन्दगी,
बताओ अब नज़र कैसे हटे, आँखों से आपकी..
~~~सागर
क़यामत से पूछो क्या क़यामत ढाती हैं तुम्हारी आँखें,
नशा ज़िन्दगी का मुझे कराती हैं तुम्हारी आँखें,
कभी गौर करना अपने अंदाज़ पे भी ऐ हँसी,
हमसे क्या क्या न ये कराती हैं तुम्हारी आँखें. ....
~~ सागर
मेरे ये शब्द मुझसे ज़्यादा ख़ुशक़िस्मत हैं,
जिन्हें आपकी आँखें कुछ देर तो पढ़ेंगी...
~~ सागर ~~
अगर आपकी निगाहों का करम हो जाए,
हमें हर ख़ुशी ज़िन्दगी की मिल जाए,
यक़ीन न हो हमारी दोस्ती पर अब भी आपको,
तो एक बार फिर इम्तिहान हो जाए.....
~~ सागर ~~
तुम तो सो जाओगे बेफिक्र नींदों को तानें,
हमें पूछो जो आपकी याद में पलकें तक नहीं झपकाते...
~~ सागर ~~
ईन फूलों की तरह तुम भी मुस्कुरा दो,
किसी का दिन सँवारने की दुआ तुम्हें मिलेगी...
~~ सागर
ज़्यादा नींद की आदत तो है नहीं मुझे,
.....
पर आपके ख़्वाब ना देखुं तो गुज़ारा नहीं होता...
~ सागर
क्यूँ मेरे दिल में धड़कते हो तुम ?,
तुमको एहसास तक नहीं, की रोज़ कितना मरते हैं हुम.…
~~ सागर
दिल में जो बात है वो ज़ुबान पे लाने का हौसला रखो,
खुद एक सफर पे निकली है ज़िन्दगी,
दिल को दर्द की कमी कोई आने नहीं देता,"सागर",
आप दूर हो गएे हो तो क्या हुआ ऐ दोस्त,
मेरे दर्द लफ़्ज बनकर ज़ुबान पर नहीं आयेंगे,
ईतना बेबस होकर नहीं चाहा किसीको "सागर",
एक दोस्त है हमारी, जो है हमें जान से प्यारी,
जिसके एहसास से जीते हैं हम,
बस इतना ही प्यार है उन्हें हमसे कि,
हमें रोता हुआ देखकर भी हँस देते हैं वो....
~~ सागर
जिससे भी मिलती हो तुम वो तुम्हें भूल नहीं सकते,
तुम में लोगों को अपना बनाने का हुनर है…
~~ सागर
ना जाने क्या रिश्ता है मेरा आपसे लेकिन,
जितनी बार देखूँ आपको,
ओर भी गेहरा सा लगता है,
यूँ तो हमको मिले एक अरसा हुआ लेकिन,
मेरे दिल पे आपके प्यार का,
मानो बरसों का पेहरा लगता है...
~~ सागर
हमारे इस रिश्ते को कुछ यूँ सजाना है....मुझे,
यादों के कुछ फूलों से,
नये पलों की कलियों से,
चेहेकते हँसी की बेलों से,
साथ गुज़ारी ख़ुशियों से,
हर दिन नये गुलाबों से,
..... सजाते ही जाना है....
~~ सागर
तुम्हें क्या पता दिल की क्या हालत होती है,
आपके एहसास से ज़िन्दगी बयाँ होती है,
इस हक़ीक़त पे एतबार करना तुम,
तुम ना आओ तो एक ख़लिश सी होती है,
मेरी रूह तक देखती हैं नज़रें तुम्हारी,
मेरे प्यार में इबादत होती है,
हर वक़्त रेहता है दिल में ख़याल तुम्हारा,
मेरे ज़ेहन में आपकी तस्वीर होती है....
~~ सागर
अब तो इबादत भी ऐसी करने लगे हैं हम कि,
दिल के हर कोने से तम दुआ बनकर निकलती हो....
~ सागर
ईतना प्यार है तुमसे कि तुम बिन जी नहीं सकते,
तुम्हारी हर नज़र को तरसते हैं और किसीसे कुछ केह भी नहीं सकते...
....सागर
ख़ूबसूरत निगाहें तो बहुत देखी है हमने ऐ हसीन,
पर किसी में वो कशिश नहीं जो आपकी आँखों में है...सागर
तेरी हसीन यादों के साये हमें घिरे रेहते हैं,
तुम्हारी आँखों से मिलती ज़िन्दगी से हम जीये रेहते हैं...
~~ Your सागर
तेरी आँखों में जो ये समन्दर है,
उसकी हलचल मेरे दिल के अन्दर है,
तुम यूँ ही दिलाते रेहना ऐहसास हमें,
तुम्हारी नज़रों से मिलना ही हमारा मन्ज़र है....
~~ सागर
कोई किसीको यूँ ही याद नहीं करता ऐ दोस्त,
दिल में यादों की कई लकीरें उभर आती हैं...
~ सागर
तुमको लगता है बड़े पागलपन की बात है मगर,
दीवाने हैं, इकरार ना करेँ तो क्या करें हम....
~~ सागर
मेरे जीवन की हलचल कोई समझ पाता,
आँखों में भरकर प्यार कोई सेहलता,
और कोई उम्मीद बाकी नहीं दिल में अभी,
मेरा दिल तेरे दिल से मिल पाटा कुछ केह पाता,....
~~ सागर
चाँद की चमक है उसके चेहरे पे, फ़रिश्ते सी रूह वाली,
फूलों सी कशिश उसकी, बातों में खनक उसकी,
हंसी उसकी अदाओं वाली, ठंडी हवा सा एहसास उसका,
आँखें उसकी कजरे वाली, उसको देखके मुस्कुराता है दिल मेरा
और लगती है ज़िन्दगी मुरादों वाली।
~~ सागर
सुबह भी इन्तज़ार में है आपके ऐ ज़िन्दगी,
तुम उठो, चेहरा दिखा दो, तो सवेरा हो....
~~ सागर
देखो जब तुम आइना,
सोचना देख रहा है तुम्हें कोइ,
अपनी पलकों तले मिलेंगी चाहतें,
पूछना क्या है उसमें हमसा कोइ..?
~~ सागर
જાણે જીન્દગી ને કંઇ નવું દઇ ગયા છો તમૅં,
ખાલી કેહવા ખાતર નથી કીધું,
સાચી છે વાત અને દિલ છે કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,
ખુદ થી પણ વધારે ચાહું છું તમને,
જો સમજી શકો આ મારી સંવેદના કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,
હવે તો જુઓ આ નભ પણ આંસુ પાડે છે વ્યથા પર મારી,
સુકાઈ જાય છે આંખો પણ સાંજ પડતા પડતા કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,
કવિતાઓ નું શતક પૂરું થયું તમને જોતા રહ્યા શબ્દો થી અમે,
આ "સાગર" ને મળે તમારો વિશ્વાસ અને સાથ કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,......
~~ સાગર
~ Saagar
अपने चेहरे से ज़ुल्फ़ों को हटाया ना करो,
चाहतों को किसीकी बढ़ाया ना करो,
रेहना चाहता है आस पास तुम्हारे कोई,
यूँ दिल को किसीके तरसाया ना करो. ....
~~ सागर
तुम आँखों से मुझे घायल करके चले गये ,
मेरे इस दिल को पागल करके चले गये ,
बेखबर हो मेरे हर दर्द से तुम,
क्यूँ मेरी तन्हाइयों में आते चले गये. …
~~ सागर
ओर क्या क्या इलज़ाम लगाऊं में तुम पर,
तुम पर लगाये हर इलज़ाम की सज़ा हम खुदको देते हें. ....
~~ सागर
तुम अभी अपनी सभी अच्छाइयों से वाक़िफ़ नहीं ऐ दोस्त,
किसीके जीने का सबब हो तो,
किसी का चैन लुट जाने की वजह भी,....
~~ सागर
सागर है देखा, सागर ने आँखों में आपकी,
कई बातें छुपाये हुऐ हो आँखों में आपकी,
कई इन्तज़ार हैं दिखे, कई बेताबियाँ हैं दिखीं,
कई अधुरे ख़्वाब हैँ दिखें, आँखों में आपकी,
ईन सबसे उपर जो दिखा, वो है
जज़्बा-ऐ-ज़िन्दगी,
बताओ अब नज़र कैसे हटे, आँखों से आपकी..
~~~सागर
कल रात बहुत रोये तुम्हें याद करके ऐ दोस्त ,
अब तुम्हारे यकीन पे जी उठे ये जान मेरी। …
~~ सागर
अब तुम्हारे यकीन पे जी उठे ये जान मेरी। …
~~ सागर
क़यामत से पूछो क्या क़यामत ढाती हैं तुम्हारी आँखें,
नशा ज़िन्दगी का मुझे कराती हैं तुम्हारी आँखें,
कभी गौर करना अपने अंदाज़ पे भी ऐ हँसी,
हमसे क्या क्या न ये कराती हैं तुम्हारी आँखें. ....
~~ सागर
कुछ तो जादू है तुम्हारी आँखों में,
हमने पहले खुदको इतना बेहोश नहीं देखा
~~ सागर
तितलियों के रंगों में खुशियां,
फूलों की खुशबूवों में प्यार,
और सुनहरी सुबह में मेरी याद,
ये सब भेजा है मुस्कराहट के साथ।
~~ सागर
हररोज़ लिखते हैं आपके लिए एक शेर,
फिर भी लग जाते हैं दिल में जज़्बातों के ढेर,
तुम ही बताओ दिल को कैसे समजायें हम,
अपनी चाहतों से इसे कैसे छुड़ायें हम।
~~ सागर
तुम अपनी आँखों के नूर से मार डालो हमें,
इतनी हसींन मौत मिले तो जीना कौन चाहेगा।
~~ सागर
अपनी आँखें भिगोया करेंगे जब डूब कर देखेंगे तुम्हें,
अंदाज़ चाहतों का ये भी होता है, अगर समज सको जो तुम।
~~ सागर
यूं डूब कर ना देखो हमारी तरफ ऐ हसीं,
इश्क़ दो तरफ़ा हुआ तो मुश्किल होगी।
~~ सागर
काश में थोडा सा अपना वक़्त तुमको दे सकूँ,
काश तुम मुझसे मेरे दिल का हाल पूछ लो।
~~ सागर
हर वक़्त ताज़गी रेहती है तुम्हारे चेहरे पे कुछ ऐसी,
लगता है सुबह के उजालों को चेहरे पे मलती हो तुम।
~~ सागर
हमने पहले खुदको इतना बेहोश नहीं देखा
~~ सागर
तितलियों के रंगों में खुशियां,
फूलों की खुशबूवों में प्यार,
और सुनहरी सुबह में मेरी याद,
ये सब भेजा है मुस्कराहट के साथ।
~~ सागर
हररोज़ लिखते हैं आपके लिए एक शेर,
फिर भी लग जाते हैं दिल में जज़्बातों के ढेर,
तुम ही बताओ दिल को कैसे समजायें हम,
अपनी चाहतों से इसे कैसे छुड़ायें हम।
~~ सागर
तुम अपनी आँखों के नूर से मार डालो हमें,
इतनी हसींन मौत मिले तो जीना कौन चाहेगा।
~~ सागर
अपनी आँखें भिगोया करेंगे जब डूब कर देखेंगे तुम्हें,
अंदाज़ चाहतों का ये भी होता है, अगर समज सको जो तुम।
~~ सागर
यूं डूब कर ना देखो हमारी तरफ ऐ हसीं,
इश्क़ दो तरफ़ा हुआ तो मुश्किल होगी।
~~ सागर
काश में थोडा सा अपना वक़्त तुमको दे सकूँ,
काश तुम मुझसे मेरे दिल का हाल पूछ लो।
~~ सागर
हर वक़्त ताज़गी रेहती है तुम्हारे चेहरे पे कुछ ऐसी,
लगता है सुबह के उजालों को चेहरे पे मलती हो तुम।
~~ सागर
मेरे ये शब्द मुझसे ज़्यादा ख़ुशक़िस्मत हैं,
जिन्हें आपकी आँखें कुछ देर तो पढ़ेंगी...
~~ सागर ~~
अगर आपकी निगाहों का करम हो जाए,
हमें हर ख़ुशी ज़िन्दगी की मिल जाए,
यक़ीन न हो हमारी दोस्ती पर अब भी आपको,
तो एक बार फिर इम्तिहान हो जाए.....
~~ सागर ~~
तुम तो सो जाओगे बेफिक्र नींदों को तानें,
हमें पूछो जो आपकी याद में पलकें तक नहीं झपकाते...
~~ सागर ~~
ईन फूलों की तरह तुम भी मुस्कुरा दो,
किसी का दिन सँवारने की दुआ तुम्हें मिलेगी...
~~ सागर
ज़्यादा नींद की आदत तो है नहीं मुझे,
.....
पर आपके ख़्वाब ना देखुं तो गुज़ारा नहीं होता...
~ सागर
क्यूँ मेरे दिल में धड़कते हो तुम ?,
तुमको एहसास तक नहीं, की रोज़ कितना मरते हैं हुम.…
~~ सागर
मेरे दिल में बज रही एक BEAT हो,
आँखों पे जो छा जाये एसा SCENE हो,
ख़्वाबों में जो आऐ एसा TWIST हो,
दोस्ती में मिले वो No.1 SEAT हो,
प्यारी सी मिली वो मुझको TREAT हो,
ज़िन्दगी को मिला एसा TAKE हो,
मेरी LIFE को मिला एसा BREAK हो.....
~~सागर
जब हमसे मिलने आओ तो ईतना ज़रूर करना,
आप के दिल में एक प्यारा सा दोस्त है हमारा,
उसे अपने साथ लाना,
अपने हाथों में हमारी यादों को थामें आना,
अपनी आँखों में काजल के साथ कुछ inspiration भी लगाकर आना...
~~सागर
दिल में जो बात है वो ज़ुबान पे लाने का हौसला रखो,
गर प्यार है तो जताने का भी जज़्बा रखो,
हम तो प्यार है ये कहते रहे हैं और केहते रहेंगे,
तुम कम से कम हमारी बात पर भरोसा तो रखो...
~~सागर
जो दिल से मेरा हो, वो एेक शख़्स ही काफ़ी है,
(जैसे की आप)
जो दिल से मेरा हो, वो एेक शख़्स ही काफ़ी है,
मुझे दोस्तों की लम्बी क़तारों की ज़रूरत नहीं....
~~सागर
आपकी यादों की मेहेक मेरे आस पास रेहती है,
बहुत अच्छा लगता है तुम्हें सोचते रेहना....
~~सागर
मेरी मौत से कुछ ज़्यादा फर्क नहीं पड़ेगा किसीको दोस्त,
रोयेगी बस मेरी तनहाई कि मेरी हमसफ़र कहाँ है....
~~सागर ~~दर्द से~~
तमन्ना थी के कोई टूट के प्यार करे हमें,
पर हम ख़ुद ही टूट गऐ किसी को याद करते करते.....
~~सागर
लगता है अभी वक़्त है दोस्ती बनने में,
दिल की बातों को बिना जिजक कहने सुनने में,
इंतज़ार करेंगे हम उन दिनों का ऐ दोस्त,
जब हक़ से कहोगे, "जाता क्या है दोस्ती निभाने में".
~~ सागर
अभी अभी दिल के जझबातों से उभरी है ज़िन्दगी,
कुछ लम्हेँ सुकु़न के दिला दीजिये हमें,
जानते हैं हक़ीक़त नहीं सपनों का है जहाँ,
फिर भी सपनों में आके सुला दीजिये हमें,
ता उम्र गुज़रनी है ज़िन्दगी यूँ ही मगर,
मौत से पहेले ऐक बार गले लगा लिजिऐ हमें ।
~~ सागर
खुद एक सफर पे निकली है ज़िन्दगी,
मनो एक हसींन पल से गुज़री है ज़िन्दगी,
बेखबर कुछ चली है इसतरह,
किसी के रोके अब ना रुकेगी ये ज़िन्दगी। ....
~~ सागर
सोचा उस रब से आपकी शिकायत कर दुँ,
कितना हमें तड़पाते हो, ये बयाँ कर दुँ,
जैसे हर दिल, हर साया आपका कदरदान निकला,
जिस रब से शिकायत की वो भी आपका दीवाना निकला ।
~~सागर
दिल को बेहलाने यूँ मुलाक़ात करली,
आप नहीं तो आपके एहसास से बात करली ।
~~ सागर
एेक दोस्त मिल गया, जब मिले हम आपको,
खुद से पेहचान हो गई, जब मिले हम आपको,
यही तो ख़ासियत है, ख़ुद को आम ना कहो,
हम भी ढूँढ रहे थे दोस्त, कबसे अपने आपको।
~सागर
ईस बात की परवाह नहीं करते के हमें कोई कितना चाहता है,
बहुत प्यार मिला है रब से, बाँट दिया करते हैं।
~~सागर
ख़ुद को आम केहने वाले बहुत ख़ास होते हैं,
बेशक हो दूर मगर दिल के पास होते हैं,
उनको पता नहीं उनकी ऐहमियत क्या है,
केहते हैं जिसे दोस्त, उस ऐहसास के कई नाम होते हैं।
~~सागर
मुझको ईतना यक़ीं दिला दे मेरे मालिक,
जब भी तेरा नाम लूँ दुनिया को भूल जाऊँ।
~~ सागर
हम आपको बार-बार, हर वक़्त परेशान नहीं करना चाहते,
कितना रोकते हैं खुदको,
कितना टोकते हैं खुदको ऐ दोस्त,
क्या करें, आपकी याद आते ही इरादे बदल जाते हैं .....
~ सागर
दिल को दर्द की कमी कोई आने नहीं देता,"सागर",
अब तो ख़ुशी के एहसास से ही घबरा जाते हैं....
~~सागर
आप दूर हो गएे हो तो क्या हुआ ऐ दोस्त,
आप के हिस्से का वक़्त तनहा ही गुज़रता है।
~~सागर
मेरे दर्द लफ़्ज बनकर ज़ुबान पर नहीं आयेंगे,
ख़ामोशी कर दे बयाँ तो अलग बात है...
~सागर
चेहरे पे मुस्कुराहट लाने का काम करते हैं,
आप ज़रा मुस्कुरा दो, मेरा काम आसान हो जाये....
~~सागर
ईतना बेबस होकर नहीं चाहा किसीको "सागर",
अब तो जुदाई भी हमें मुहब्बत सी लगती है...
~~सागर
सुबह भी बेताब है आपको जगाने के लिए,
खुशियों की किरणें आप तक पहुँचानें के लिए,
फूलों की मेहेक आप के इन्तज़ार में हैं,
उठ कर देखो ज़िन्दगी खड़ी है हँसाने के लिए.
~~ सागर
उनसे इस क़दर प्यार है कि खुदको भूल गए हैं,
बस ये बात जाके कोई उसको बता दे, तो बहुत है.....
~~सागर
आपके दिल में अपनी यादों के चराग़ जलाये रखना चाहते हैं,
आपके साथ गुज़रे हर एहसास को यूँ सजाये रखना चाहते हैं,
जब भी मिलना चाहो हमसे, बस अपने दिल में झाँक लेना,
सुना है अक्सर दोस्त के दिल में ही दोस्त पाये जाते हैं...
~~सागर
अपनी आँखों के चिलमन को ज़रा खोल कर देखो,
ज़िन्दगी के रूप में एक सुबह चली आई है,
अपनी हाथों की लकीरों को ग़ौर से देखो,
"कहो" आज किसकी तस्वीर उभर कर आई है...
~~सागर
हम तो दर्द के सहारे भी जी लेंगे,
शर्त ईतनी हैं उन दर्द की वजह आप हों....
~~सागर
जैसे भी रहूँ ज़िंदा मुझे अपने हाल पे छोड़ दो,
इतनी चोटें काफी नहीं, हो सके तो मुझे तोड़ दो,
आंसुओं से भरे हैं समंदर,
रास्ता नहीं जो मोड़ दो,
है गुज़ारिश, मुझे अपने हाल पे छोड़ दो…
~~ सागर
अपने जज़्बातों को छुपाना कोई आपसे सीखे,
ये तक नहीं जताते, कि कुछ जता नहीं रहे....
~~ सागर
आज गुलाब नहीं भेजा है आपको,
खुदको आईने में देख लेना,
प्यारा सा पैग़ाम भेजा है आपको,
अपनी आँखों में पढ़ लेना,
आप की दुआ से आपको ही को लिखते
रहेंगे हम,
ये बात 'गर अच्छी लगेे तो बस ज़रा
सा मुस्कुरा लेना....
~~सागर
एक दोस्त है हमारी, जो है हमें जान से प्यारी,
'गर रुठे वो, तो लगे रूठी दुनिया सारी,
केहते नहीं कुछ उससे, पर होता दिल है भारी,
'गर वो मुस्कुरा दे, मिले खुशियां हमको सारी..
~~सागर
खुशियों के बाग़ में हँसी की कलियाँ खिलती रहें,
जिस जिस चीज़ पे पड़े नज़र वो तुम्हें मिलती रहे,
तुम्हारे अपने तुम्हें तुमसे ज़्यादा पहचानें,
ज़िन्दगी में प्यार की बरसात हमेशा होती रहे....
~~ सागर Happy Birthday Habibi
ना जाने तुम ईतना हमें क्यूँ हो भाते?,
जानें ख़यालों में तुम ही तुम क्यूँ हो छाते?,
लगता है आज-कल के नहीं, बरसों के हैं नाते,
और भी हैं कई दोस्त मगर, नज़र तुम ही क्यूँ हो आते?,
ईन जज़्बातों को आसान न समझना,
ये दिल में कई तूफ़ान हैं उठाते,
क्या जवाब है इन बातों का? आप इतना क्यूँ हमें याद आते?,
आँख नहीं पर दिल है रौ लेता, जब भी तुमसे कुछ केह नहीं पाते....
~~सागर
शुक्र है लोगों को तड़पाने का हुनर हम नहीं जानते,
वरना खुदसे नज़रें मिलाने का हक़ तक खो बैठते...
~~सागर
जब कभी तेरा नाम लेते हैं,
हम अपने दिल को थाम लेते हैं,
बस यही एक ज़ुर्म होता है हमसे,
हम मुहब्बत से हर काम लेते हैं....
~~सागर
आज की ये ख़ुशबुएँ कुछ ज़िद्दी निकलीं,
आप के पास आते-आते श्याम करदीं..
~~सागर
अजीब दस्तूर है दुनिया का ऐ 'सागर',
जिसने दिल से चाहा, तड़पना भी उसीको पड़ता है.....
~~सागर
फूलों से खुशबु लेकर हवायें आई हैं,
आपसे मिलने कुछ दुवायें आई हैं,
पूछा जो उनसे मिलने का सबब,
कहने लगीं आज हमारी दुवायें रंग लाई है....
~~सागर
कोई है जो आपको याद करके रोता है,
कोई है जो आपकी आवाज़ को तरस्ता है,
लहू काफ़ी नहीं दिल को धडकने के लिये,
मेरे दिल को तो चलाने आपका प्यार लगता है..
~~सागर
तुम बस अपने उम्मीदों के दामन से फूल बिखराती चलो,
न जाने कितनी ही ज़िंदगियाँ सँवर जायेंगी तुम्हारे नाम से...
~~सागर
मेरे दिल की अनकही बातों को समज जाओ ना तुम,
अब इस फुरकत से हूँ में परेशान,
सामने आके दिल में उत्तर जाओ ना तुम,
मोहब्बत के कदम मजबूर होक रुक गए हें,
जान पे बन आई है, यूँ ना आज़माओ तुम,
कुछ ग़िला या शिकवा नहीं करेंगे तुमसे,
मेरे दिल की अनकही बातों को समज जाओ ना तुम.…
~~ सागर
चाहा है मैंने जिसे ज़िन्दगी की तरह,
वो मिलते हैं मुझसे अजनबी की तरह,
उनकी आँखें बातें करती हैं मुझसे,
उसकी अदायें हैं शायरी की तरह,
वो बेबाक भी, मासूम भी, खुशनुमा भी,
उसकी शख्सियत है एक आईने की तरह,
वो खुश रहे ना भूल पाये कभी,
उसे गुनगुनाएंगे अब मॉस्की की तरह,
चाहा है मैंने जिसे ज़िन्दगी की तरह.…
~~ सागर
जिसके एहसास से जीते हैं हम,
उनको हमारे प्यार का एहसास तक नहीं,
जिसको देखने को तरसता है दिल,
वो हमारी तरफ़ देखते तक नहीं,
शायद हमारी दोस्ती पर एतबार नहीं है,
प्यार तो है, पर इकरार नहीं है,
ऐसा क्या करें जिससे उनके दिल में जगा हो,
कभी हम भी उनके हँसने की वजह हों...
~~सागर
जाने कितनी ही फ़ुरसत से बनाया है रब ने तुम्हें,
ओर एक तुम हो, जो वक़्त के मारे फिरते हो......
~~सागर
कभी यूँ भी मिलने आया करो,
हमसे ना नज़रें चुराया करो,
ईन्हीं से मिलते हैं नज़्म और नग़में,
नज़रें जुकाकर ना आज़माया करो,
जब भी देखो आईने में ईनको,
हमें भी उनमें पाया करो,
जितनी गहरीं हैं आँखें आपकी,
डूब जायें तो हमें ना बचाया करो,
बस कभी यूँ भी मिलने आया करो....
~~सागर
आखिर क्या हो तुम ?…
~~~~~~~~~~~~~~~
एक शायर को हासिल ज़ुबाँ हो,
अपनी आँखों से देती उम्मीद हो,
ना जाने कितने दिलों का सहारा हो,
एक प्यारी सी ग़ज़ल हो,
या चाही सी मंज़िल हो,
दोस्ती को मिला एक नया नज़ारा हो,
या ख्वाबों से भरा आशियाँ हो,
मौजे सुकून का किनारा हो,
खिलते गुलों की खुशबु हो,
मिलते दिलों की आरज़ू हो,
किये इंतज़ार का एहसास हो,
खोकर पाने की जुस्तजू हो,
जो गुनगुना सके वो गीत हो,
किसीके मुस्कुराने की वजह हो,
या अपनों से मिली दुआ हो,
हमें तो आप इन सब में दिखती ज़िन्दगी हो,,,जान हो…।
~~ सागर
बस इतना ही प्यार है उन्हें हमसे कि,
हमें रोता हुआ देखकर भी हँस देते हैं वो....
~~ सागर
जिससे भी मिलती हो तुम वो तुम्हें भूल नहीं सकते,
तुम में लोगों को अपना बनाने का हुनर है…
~~ सागर
ना जाने क्या रिश्ता है मेरा आपसे लेकिन,
जितनी बार देखूँ आपको,
ओर भी गेहरा सा लगता है,
यूँ तो हमको मिले एक अरसा हुआ लेकिन,
मेरे दिल पे आपके प्यार का,
मानो बरसों का पेहरा लगता है...
~~ सागर
हमारे इस रिश्ते को कुछ यूँ सजाना है....मुझे,
यादों के कुछ फूलों से,
नये पलों की कलियों से,
चेहेकते हँसी की बेलों से,
साथ गुज़ारी ख़ुशियों से,
हर दिन नये गुलाबों से,
..... सजाते ही जाना है....
~~ सागर
तुम्हें क्या पता दिल की क्या हालत होती है,
आपके एहसास से ज़िन्दगी बयाँ होती है,
इस हक़ीक़त पे एतबार करना तुम,
तुम ना आओ तो एक ख़लिश सी होती है,
मेरी रूह तक देखती हैं नज़रें तुम्हारी,
मेरे प्यार में इबादत होती है,
हर वक़्त रेहता है दिल में ख़याल तुम्हारा,
मेरे ज़ेहन में आपकी तस्वीर होती है....
~~ सागर
अब तो इबादत भी ऐसी करने लगे हैं हम कि,
दिल के हर कोने से तम दुआ बनकर निकलती हो....
~ सागर
ईतना प्यार है तुमसे कि तुम बिन जी नहीं सकते,
तुम्हारी हर नज़र को तरसते हैं और किसीसे कुछ केह भी नहीं सकते...
....सागर
ख़ूबसूरत निगाहें तो बहुत देखी है हमने ऐ हसीन,
पर किसी में वो कशिश नहीं जो आपकी आँखों में है...सागर
तेरी हसीन यादों के साये हमें घिरे रेहते हैं,
तुम्हारी आँखों से मिलती ज़िन्दगी से हम जीये रेहते हैं...
~~ Your सागर
तेरी आँखों में जो ये समन्दर है,
उसकी हलचल मेरे दिल के अन्दर है,
तुम यूँ ही दिलाते रेहना ऐहसास हमें,
तुम्हारी नज़रों से मिलना ही हमारा मन्ज़र है....
~~ सागर
कोई किसीको यूँ ही याद नहीं करता ऐ दोस्त,
दिल में यादों की कई लकीरें उभर आती हैं...
~ सागर
तुमको लगता है बड़े पागलपन की बात है मगर,
दीवाने हैं, इकरार ना करेँ तो क्या करें हम....
~~ सागर
मेरे जीवन की हलचल कोई समझ पाता,
आँखों में भरकर प्यार कोई सेहलता,
और कोई उम्मीद बाकी नहीं दिल में अभी,
मेरा दिल तेरे दिल से मिल पाटा कुछ केह पाता,....
~~ सागर
चाँद की चमक है उसके चेहरे पे, फ़रिश्ते सी रूह वाली,
फूलों सी कशिश उसकी, बातों में खनक उसकी,
हंसी उसकी अदाओं वाली, ठंडी हवा सा एहसास उसका,
आँखें उसकी कजरे वाली, उसको देखके मुस्कुराता है दिल मेरा
और लगती है ज़िन्दगी मुरादों वाली।
~~ सागर
सुबह भी इन्तज़ार में है आपके ऐ ज़िन्दगी,
तुम उठो, चेहरा दिखा दो, तो सवेरा हो....
~~ सागर
देखो जब तुम आइना,
सोचना देख रहा है तुम्हें कोइ,
अपनी पलकों तले मिलेंगी चाहतें,
पूछना क्या है उसमें हमसा कोइ..?
~~ सागर
એનો એકજ બર્તાવ બસ હતો એને સમજવા માટે,
મારા મૌન ને એ નવા અનુભવો આપ્યાજ કરે છે ....
~~ સાગર
ખાસ તમારા માટે ગુજરાતી મા,...
સુંદર તો ઘણા મળ્યા જીવન માં અમને પણ લોકો,
તમારી કક્ષા એ કોઈ આવી શકે એવું મળ્યું નથી....
~~ સાગર ~~
દિલ ને એક વાર એવું કહી તો જુવો,
નથી કોઈ સ્વાર્થ છતાં પ્રેમ કરી તો જુવો,
સંબંધ કેવા ખીલશે, એવા ખિલાવી તો જુવો,
મન નાચી ઉઠે એવો ભાવ આપી તો જુવો,
દિલ ને એક વાર દિલ થી કહી તો જુવો...
~~સાગર
સુખ આવશે એને પચાવતા સીખી લ્યો,
જીવન ની રમત ને રમતા સીખી લ્યો,
લોકો પૂછે છે મને!! શાયરી કેમ લખવી?
મેં કહયું, કોઈને પ્રેમ કરતા સીખી લ્યો...
~~સાગર
ખાસ તમારા માટે ગુજરાતી માં,.....
લાગે છે અાજ કુદરત મહેરબાન છે,
નહીં તો જાગતાજ વાત થાય અેવુ ક્યાં બને,
અાજ દિવસ બહુ સારો જશે અે નક્કી છે,
જે માગો અે તરતજ મળે અેવુ ક્યાં બને....
....સાગર
અેવું ના સમજો કે તમારી પરિસ્થિતિ ને કોઇ સમજી નઇ શકે,
સરખો પ્રયત્ન કરવા વાળા, ઘણા સફળ પણ થતા હોય છે....
...સાગર
જાણે જીન્દગી ને કંઇ નવું દઇ ગયા છો તમૅં,
સાંભળે છે ખાલી મન, અેવું કઇ ગયા છો તમૅં,
ખબર નહીં શું અધુરૂં છે, પણ લાગે છે જરૂર,
દિલ નો અેક ભાગ સાથે લઇ ગયા છો તમેં...
...સાગર
તમને જે ગમે
એવા મીત બનાવી રાખશું તમને,
મન જે ગુન્ગુનાવે
એવું ગીત બનાવી રાખશું તમને,
અમને તો કવિ બનાવ્યા
કવિતા માં લખી રાખશું તમને,
મિત્ર બનીને મળ્યા છો
વિશ્વાસ બનાવી રાખશું તમને....સાગર
કેહવું છે ઘણું પણ શબ્દો ના સહારા નથી મળતા,
દિલ દરિયા ને સમજી શકે એવા કિનારા નથી મળતા,
મન મુંજાઈ ને ડૂબી રહ્યું છે નજર ની સામે,
તારી ને બચાવે એવા બે હાથ નથી જડતા...
~~સાગર
દિલ આ મારું માને તો ને...
~~~~~~~~~~~~~~~
કેટલું સમજાવ્યું, ખુબ મનાવ્યું,
કહી કહી ને આને બહુ ધમ્કાવ્યું,
પણ દિલ આ મારું માને તો ને. ..
નથી કોઈ સ્વાર્થ કે નથી કોઈ પરાયાપણું,
જીવન ની દૌડ માં જીવવાનું રહી ગયું,
એની જીદ થી તો આંખો વહે છે,
પણ દિલ આ મારું માને તો ને...
સ્નેહ નો પ્રવાહ વેહ્તો રહે છે,
દર્દ ની પીડા સેહ્તો રહે છે,
યાદો ના એ શ્વાશો ભરે છે,
ક્યારેક હસે છે, ક્યારેક રડે છે,
પણ દિલ આ મારું માને તો ને...
કેટલું લડે છે, કેટલું મરે છે,
કોઈ ના પ્રેમ માં કેટલું તડપે છે,
હવે તો ખબર નઈ શુકામ ધડકે છે,
પણ દિલ આ મારું માને તો ને...
~~ સાગર
એવો પ્રેમ એના દિલ માં ભરી દે હે પ્રભુ,
એ જેને પણ ચાહે એ હું બની જાંવ...
~~ સાગર
જ્યારથી તમે મને તમારા થી દૂર રેહવાનું કહ્યું છે,
એવું લાગે છે કે જાણે મને રોજ થોડું થોડું મારવાનું કહ્યું છે....
~~ સાગર
જીવન ના હર એક પલ માં તને યાદ રાખું છું,
કોઈ ફરીયાદ નથી બસ દિલ માં પ્યાર રાખું છું,
કોઈ મળશે નહિ આવું જે હર ક્ષણે તને મન થી જુવે,
તારા થી જેટલી વાર મળી છે નજરો એની હું સંભાળ રાખું છું...
~~ સાગર
ખાલી કેહવા ખાતર નથી કીધું,
સાચી છે વાત અને દિલ છે કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,
ખુદ થી પણ વધારે ચાહું છું તમને,
જો સમજી શકો આ મારી સંવેદના કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,
હવે તો જુઓ આ નભ પણ આંસુ પાડે છે વ્યથા પર મારી,
સુકાઈ જાય છે આંખો પણ સાંજ પડતા પડતા કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,
કવિતાઓ નું શતક પૂરું થયું તમને જોતા રહ્યા શબ્દો થી અમે,
આ "સાગર" ને મળે તમારો વિશ્વાસ અને સાથ કે,
તમે જ મારી પ્રેરણા,......
~~ સાગર
Subscribe to:
Posts (Atom)